18 Minutes Book Summary In Hindi l सफल जीवन के 18 मिनट

18 Minutes Book Summary In Hindi – सफल जीवन के 18 मिनट

क्या आप बड़े सपने देखते है ? आमतौर पर जिन लोगो के सपने बड़े होते है , वो बहुत बीजी रहते है ! उनके पास रोज काम करने की लिस्ट लम्बी होती है ! उनके पास साँस लेने तक की फुर्सत नहीं होती है ! लेकिन ऐसा करना क्या आपके गोल्स के लिए सही है ? दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम 18 Minutes Book Summary शेयर कर रहे है जिनमे आप जानेगे कि कैसे आप 18 मिनट का ब्रेक लेकर अपने आप को क्रिएटिव बना सकते हो , कैसे आप एनर्जी फील कर सकते हो ! तो आइये शुरू करते है 18 Minutes Book In Hindi / 18 Minutes Book Summary In Hindi

18 Minutes Book Summary In Hindi

अगर आप हमेशा टायर्ड फील करेंगे तो आपमे किसी काम को जल्दी ख़त्म करने की एनर्जी नहीं बचेगी और आप क्रिएटिव भी नहीं रह पाएंगे ! इसके लिए आपको एक ऐसे सिस्टम की जरुरत पड़ेगी जो सच में काम करती है ! ये बुक आपको महत्वपूर्ण चीजो पर फोकस करना और अपने काम को कैसे करना है , वो सिखाएगी ! इस बुक में आप अपनी लाइफ को संगठित करना सीखेंगे ! और आप ये महसूस करेंगे की कभी – कभी आपको रूककर , अपने लाइफ की स्ट्रेटेजी के बारे में दोबारा सोचना चाहिए ताकि आप[ बेहतर बन सके !

इस बुक में 4 ऐसे एलिमेंट्स बताये गए है जिनपर आपको फोकस करना होगा !

आपको हमेशा चार एलिमेंट्स पर फोकस रखना है , पहला एलिमेंट है आपको पानी ताकत के बारे में पता होना चाहिए और इसमें मास्टर बन जाने तक खुद को इम्प्रूव कीजिये ! जब आप उस बात पर अपना फोकस रखते है जिसमे आप बेस्ट है तो आपके जीतने के चांस ज्यादा रहते है ! दूसरा एलिमेंट है , अपनी कमजोरियों से भागिए नहीं बल्कि उसे अपनाइये ! इस कमजोरी से फायदा उठाने की कोशिश कीजिये ! अगर लोगो को पता चलेगा की आपको अपनी कमजोरियों से कोई तकलीफ नहीं है तो आपको कोई हरा नहीं पायेगा !

तीसरा एलिमेंट , अगर आपमें कुछ बात है जो सबसे यूनिक , सबसे अलग है तो उसे चेंज मत कीजिये ! दुनियां से अलग और डिफरेंट होना बड़ी बात होती है ! जब आप वही करते है जिसे पूरी दुनियां फोलो कर रही है तो आप इस प्रतियोगिता में शायद ही जीत पाएंगे ! इसलिए आपमे जो बात अलग है उसे एक एडवांटेज की तरह लीजिये और उसका फायदा उठाइए !

चोथा एलिमेंट है अपनी लाइफ का पेशन ढूँढना ! जब आप आने वाले साल की प्लानिंग शुरू करेंगे तो आप फोकस अपनी इच्छा पर रखे , न की उन चीजो में जिससे आप पैसे बनाते है ! आपका पेशन ही एक ऐसी चीज होनी चाहिए जिसे आप हमेशा कर सके और उसे करने के लिए कुछ सोचना न पड़े !

18 Minutes Book के कुछ महतापूर्ण अध्याय इस प्रकार है –

आगे बढ़ने की होड़ को कम करना

हम सब अपनी गलतियों को मानने से डरते है , कुछ लोग जब किसी प्रोजेक्ट को शुरू करते है तो फुल स्पीड में काम करते है ! वो सोचते है कि ऐसा करने से उन्हें जल्दी success मिल जाएगी ! लेकिन कभी – कभी रूककर , साँस लेकर और फिर अपने प्लान के बारे में दोबारा सोचना चाहिए !

जब भी आपको लगे कि आप कुछ गलत कर रहे है तो आपको कुछ देर के लिए खुद को स्लो कर लेना चाहिए ! अगर आप एक बहस या झगडे में फंसे है और आपको लग रहा है कि शायद आप गलत साइड खड़े है , तो अपनी स्पीड को धीमा करके , ध्यान से सोचना चाहिए कि आगे क्या कहना है !

आपको कहाँ पहुंचना है ?

यदि हम अपने फैसलों के बारे में बात करे तो , हमें लगता है कि हमारा कण्ट्रोल हमारे हाथ में है , पर आप गलत है , अक्सर किसी ट्रिगर पर जब आप बिना सोचे झट से रियेक्ट करते है , उसकी वजह से आप इन  नतीजो पर पहुँचते है ! आपको अपना फोकस बदलना होगा ! लाइफ के ट्रिगर को हमारे नतीजो को कंट्रोल करने के बजाय आपको खुद ही अपने नतीजो को कण्ट्रोल करना होगा ! आप ऐसा तभी कर पाएंगे जब आप ये सोच लेंगे की आपको क्या नतीजा चाहिए ! फिर आपको स्लो हो जाना है और वैसा रिएक्शन ढूँढना चाहिए जो गारंटी देगी कि आपने जैसा सोचा है वही नतीजा निकलेगा और आपको मनचाही सफलता मिलेगी !

क्या करना है डिसाइड कीजिये

क्या आपको वो वक्त याद है जब आपके पास करने के लिए बहुत सारे काम होते थे लेकिन आपको पता ही नहीं था कि स्टार्ट कहाँ से करना है ! हम सभी को इससे गुजरना पड़ता है ! हमें लगता है कि किसी काम को ज्यादा करने से हम ज्यादा प्रोडक्टिव होंगे लेकिन हकीकत में ये ठीक इससे उल्टा है ! अगर आपकी लिस्ट में करने के लिए बीस काम है , तो आप थक जायेंगे और hardwork करने के बजाय आप बस रुक जायेंगे !

हर साल आपका फोकस पांच चीजो पर होना चाहिए , जिसमे तीन गोल अपने काम के लिए और दो अपनी पर्सनल लाइफ के लिए होंगे ! इसलिए जब आप अपने टू – डू लिस्ट बनायेंगे , उसमे सिर्फ वो पांच चीजे लिखिए जिनमे आपका फोकस रहता है !

अपना डेली रूटीन तैयार कीजिये

क्या आपको एक दिन में सब कुछ करने का टाइम मिल जाता है ? बेशक नहीं सब लोग शिकायत करते है कि उनके पास टाइम की कमी है और यही प्रॉब्लम है ! आपको एक रूटीन बनानी पड़ेगी ! ये है 18 Minutes टेक्निक ! सबसे पहले हर सुबह अपने टू – डू लिस्ट के प्लानिंग के लिए पांच मिनट लगाइए ! याद रखिये आपको वही लिखने है जो आपकी पांच केटेगरी में फिट बैठते हो ! फिर हर घंटे आपको एक मिनट के लिए अपनी प्रोडक्टिविटी चेक करनी है और देखना चाहिए कि आप कैसे और इम्प्रूव कर सकते है ! सबसे लास्ट step है , हर रोज दिन के आखिर में पांच मिनट के लिए ये रिव्यू करना की आपका दिन कैसे बिता ! आप ये पूछ सकते है कि आपने दिनभर में क्या सीखा ? आपको कोनसी बात में इम्प्रूव करना है !

दोस्तों 18 Minutes Book Summary In Hindi लेख आपको कैसा लगा , हमें कमेन्ट करके जरुर बताये !

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