अति प्रभावकारी लोगो की 7 आदते जो आपको सफल बना सकती है | 7 Habits of Highly Effective People Summary

अति प्रभावकारी लोगो की 7 आदते जो आपको सफल बना सकती है | 7 Habits of Highly Effective People Summary

दोस्तों अगर आप भी अपनी लाइफ में अभी तक struggle कर रहे है और कामयाब होना चाहते है तो स्टीफन आर.कवी की लिखी गई किताब 7 Habits of Highly Effective People आपके लिए काफी ज्यादा हेल्पफुल साबित होने वाली है ! इस किताब में ऑथर ने सफल लोगो की उन आदतों के बारे में बताया है जिसकी वजह से आज वे सफल हुए है ! अगर आप इस किताब में बताई हुई आदतों को अपने जीवन में अपनाते है तो निश्चित ही आपके जीवन में भी चमत्कारिक बदलाव होने लगेंगे और आप भी जल्दी ही सफलता प्राप्त कर लेंगे ! तो आइये शुरू करते है 7 Habits of Highly Effective People Summary In Hindi

अति प्रभावकारी लोगो की 7 आदते जो आपको सफल बना सकती है | 7 Habits of Highly Effective People Summary In Hindi

Introduction

Book Name :अति प्रभावकारी लोगो की 7 आदते / 7 Habits of Highly Effective People

Book Author : स्टीफन आर. कवी

Book Type : Self – help Book

Book Language : Hindi

Total No. of Pages : 460

लेखक के बारे में ( About the Author )

स्टीफन आर. कवी ( 24 अक्टूम्बर 1932 – 16 जुलाई  2012 ) एक अमेरिकी शिक्षक , लेखक तथा मोटिवेशनल स्पीकर थे ! स्टीफन आर. कवी की कई बेहतरीन बेस्ट सेलर पुस्तके है जिनमे 7 Habits of Highly Effective People , First Things First , Principle Centered Leadership , 7 habits of highly effective familiar, The 8th Habit मुख्य पुस्तके है ! लेखक को 1995 में टाइम पत्रिका ने 25 सबसे प्रभावशाली लोगो में नामित किया !

7 Habits of Highly Effective People Summary In Hindi – R Covey

1 ) प्रोएक्टिव बने ( Proactive )

लेखक ने इस पुस्तक में बताया है कि सफल लोग हमेशा प्रोएक्टिव होते है ! प्रोएक्टिव वह व्यक्ति होता है जिसमे आत्मजागरूकता होती है ! किसी दुसरे व्यक्ति की क्रिया तथा प्रतिक्रिया से उसके जीवन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है !

लेखक बताते है कि हमारे समाज में दो तरह के लोग होते है – reactive तथा proactive ! रिएक्टिव लोग हमेशा दुसरे लोगो जैसे – समाज , सरकार , मौसम , परिवार आदि को दोष देते रहते है ! वो हमेशा यह मानकर चलते है कि उनके हाथ में कुछ नहीं है इसलिए उनकी परेशानियों का कारण भी दुसरे लोग ही है !

रिएक्टिव व्यक्ति हमेशा अपनी परिस्थिति के लिए दुसरे को दोष देते रहते है ! वे अपने भोतिक परिवेश से भी प्रभावित होते है ! अगर मौसम अच्छा है तो वे अच्छा महसूस करते है ! अगर मौसम अच्छा नहीं है तो इससे उसके नजरिये और कार्यशक्ति पर विपरीत प्रभाव पड़ता है !

वही प्रोएक्टिव व्यक्ति अपना मौसम साथ लेकर चलते है ! चाहे बारिश हो या धुप , इससे उन्हें कोई भी फर्क नहीं पड़ता है ! वे जीवनमूल्यो से संचालित होते है और अगर गुनवतापूर्ण कार्य करना उनका जीवनमूल्य है , तो इस बात से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता कि मौसम उनके अनुकूल है या नहीं !

रिएक्टिव लोग अपने सामाजिक परिवेश यानी “सामाजिक मौसम” से भी प्रभावित होते है ! जब लोग उनके साथ अच्छा व्यवहार करते है तो वे अच्छा महसूस करते है ! वही जब लोग उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते है तो वे सुरक्षात्मक मुद्रा में आ जाते है !

प्रोएक्टिव व्यक्ति भी सामाजिक परिवेश से प्रभावित होता है लेकिन वे अपनी आत्मजागरूकता का इस्तेमाल करते है जिससे बाहरी कारको को वे अपने ऊपर हावी नहीं होने देते है !

सफल लोगो की पहली आदत यही होती है कि वे अपनी परिस्थितयो के लिए किसी दुसरे को दोष नहीं देते है , बल्कि उसकी जिम्मेदारी स्वयं लेते है और आगे बढ़ते है ! दोस्तों अब चुनाव हमें करना है कि हमें रिएक्टिव व्यक्ति कीतरह बिहेव करना है या फिर प्रोएक्टिव व्यक्ति की तरह बनकर सफल होना है !

2 ) अंत को ध्यान में रखकर शुरू करे ( Begin With End In The Mind )

आप अपनी आंखे बंद करके देखे कि आप अपने किसी प्रियजन की अंतेष्टि में शामिल होने जा रहे है ! यह देखे की आप अपनी कार से अंतेष्टि में भाग लेने के लिए कब्रिस्तान या श्मशान घाट जा रहे है ! कार पार्क करके जैसे ही आप अन्दर जाते है , आपको फुल दिखाई देते है और धीमा – धीमा संगीत सुनाई देता है ! आगे जाने पर आपके परिवार वाले और मित्र दिखाई देते है ! आपको उस प्रिय व्यक्ति के बिछड़ जाने का दुःख होता है , परन्तु आपको ख़ुशी भी होती है कि वह आपके करीब रहा था ! ऐसा भाव वहां पर मौजूद सभी लोगो के दिल में होता है !

जब आप आगे बढ़ते है और ताबूत में झाकते है तो अचानक आपको अपना चेहरा दिखाई देता है ! यह आपकी अंतेष्टि है जो कुछ महीने या साल बाद आपकी होगी ! यह सब लोग आपके सम्मान में एकत्रित हुए है ! वे आपके जीवन के बारे में प्रेम तथा सराहना की भावनाए व्यक्त करने आये है ! आप बेठ जाते है और अंतिम संस्कार की प्रक्रियां शुरू होने का इंतजार करते हुए अपने हाथ में रखे कार्यक्रम पर नजर डालते है ! आपके परिवार वाले , रिश्तेदार , मित्र करीबी आदि बोलने वाले है !

इसमें पहला वक्ता आपके परिवार वाले होंगे ! यह आपके पुत्र – पुत्री , भाई – बहन , चाचा – भतीजा कोई भी हो सकता है ! दूसरा वक्ता आपके करीबी मित्र होंगे जो इस बारे में बताएँगे कि आप व्यक्ति के रूप में कैसे इन्सान थे ! तीसरा वक्ता आपके ऑफिस या व्यवसाय का सहकर्मी होगा और चोथा आपके व्यक्ति आपके सामुदायिक संसथान का होगा जो सभी आपके अच्छे या बुरे गुणों के बारे में लोगो को बताएँगे !

अब आपको गहराई से यह सोचना है कि आप अपने परिवार , करीबी या मित्रो आदि से क्या सुनना पसंद करेंगे ! आप उनके शब्दों में अपना किस तरह का प्रतिबिम्ब देखना पसंद करेंगे कि आप किस तरह के पति , पत्नी , पिता या माता थे ? किस तरह के पुत्र या पुत्री या चचेरे भाई थे ? किस तरह के मित्र थे ? किस तरह के सहकर्मी थे ?

आप अपने आपको किस चरित्र में देखा जाना पसंद करेंगे ? आप क्या चाहेंगे कि वे आपके किन योगदानो तथा उपलब्धियों को यद् रखे ? ध्यान से अपने आसपास के लोगो की और देखे ! आप उनके जीवन में क्या परिवर्तन लाना पसंद करेंगे !

अंत को ध्यान में रखकर शुरू करने का मतलब यह है कि आपको अपनी मंजिल को अच्छी तरह से जान लेना है कि आखिर आप कहाँ पहुंचना चाहते है या फिर लाइफ में क्या बनना चाहते है , ताकि आप बेहतर ढंग से यह जान सके कि आप वर्तमान में कहाँ है , ताकि आपके भविष्य के कदम सही दिशा में आगे बढ़ सके !

3 ) पहली चीज पहले रखे ( Put First Thing First )

दोस्तों देखा जाए तो आज के समय में हर किसी के पास कुछ न कुछ काम जरुर रहता है , चाहे वह महत्वपूर्ण है या नहीं ! हम दिन के कई सारे घंटे ऐसे कामो में खर्च कर देते है जिसकी हमें वास्तव में जरुरत नहीं थी ! हम चाहे तो अपने बर्बाद होने वाले समय को बचाकर सही कार्यो में खर्च कर सकते है !

इस पुस्तक में ऑथर बताते है कि हमें अपने कार्यो को चार भागो में बाँट लेना चाहिए जिससे हम अपने समय का सही सदुपयोग कर पाए ! आप चाहे तो टू डू लिस्ट भी तैयर कर सकते है जिसमे आप सबसे महत्वपूर्ण काम को सबसे पहले रख सकते है तथा कम महत्वपूर्ण काम को बाद के लिए छोड़ सकते है ! अपने कार्यो को हम 4 भागो में इस तरह से बाँट सकते है –

  • Urgent Important : इसमें वे कार्य आते है जिन्हें आपको तत्काल करना होता है और जो काफी ज्यादा महत्वपूर्ण भी होते है जैसे आने वाले एग्जाम की तैयारी , अचानक आने वाले किसी खतरे को निपटाना
  • Not Urgent But Important : इसमें ऐसे काम आते है जो हमारी लाइफ में महत्वपूर्ण तो होते है लेकिन उन्हें तुरंत करने की आवश्यकता भी नहीं होती है ! जैसे शरीर के लिए व्यायाम करना
  • Urgent But Not Important : इसमें ऐसे कार्य आते है जिन्हें तुरन्त करना होता है लेकिन वे महत्वपूर्ण नहीं होते है ! अर्थार्त उन्हें करने से हमारी लाइफ में कोई पॉजिटिव इफ्फेक्ट नहीं पड़ता है ! जैसे दोस्तों के साथ घुमने जाना , मूवी देखने जाना
  • Not Urgent Not Important : इसमें ऐसे कार्य आते है जिसे करने से आपका टाइम पूरी तरह से बर्बाद होता है जैसे गेम खेलना , सोशल मिडिया पर टाइम ख़राब करना !

दोस्तों जो successful लोग होते है वो हमेशा पहले और दुसरे वाले quandrant को चुनते है जिससे वे अपने समय का सही सदुपयोग कर पाते है ! अगर आपको भी अपनी लाइफ में सफल होना है तो आपको भी पहले और दुसरे वाले कार्यो को करने में अपने समय को खर्च करना चाहिए !

4 ) हमेशा सभी की जीत के लिए सोचे ( Think Win – Win )

इस पुस्तक में लेखक बताते है कि व्यक्ति को हमेशा सबकी जीत की भावना से कोई कार्य करना चाहिए ! खेलो में एक टीम जीतती है , तो दूसरी टीम हारती है ! लेकिन हमारी लाइफ में ऐसा नहीं होता है ! हमें यह कभी नहीं सोचना चाहिए कि सामने वाले को हराकर या निचा दिखाकर आगे बढ़ जाऊ !

हमें सबसे पहले सामने वाले व्यक्ति की जरुरत को समझना चाहिए और साथ ही यह देखना चाहिए चाहिए हमें क्या चाहिए ! फिर सोच – विचार कर एक ऐसा रास्ता निकालना चाहिए जिससे सामने वाले को यह लगे की उन्हें फायदा हो रहा है ! अगर आप ऐसी सोच रखते है तो यह आपके जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लेकर आयेगी और अधिक से अधिक लोग आपके साथ जुड़ेंगे !

5 ) पहले खुद समझना फिर दुसरो को समझाना (Seek First to Understand, Then to Be Understood )

दोस्तों सफल लोगो की 7 आदतों में लेखक बताते है कि बहुत से ऐसे व्यक्ति है जो सामने वाले की पूरी बात सुने बिना ही अपनी प्रतिक्रिया देने लगते है ! सामने वाला अपनी पूरी बात भी नहीं कर पाता है उससे पहले ही वे बोलने लग जाते है ! हमें बिल्कुल में ऐसा नहीं करना है ! अगर सामने वाला आपसे किसी विषय पर डिस्कस कर रहा है या फिर किसी समस्या का समाधान पूछ रहा है तो सबसे पहले यह प्रयास करे कि आप उसकी पूरी बात को ध्यानपूर्वक सुने उसके बाद ही अपना सुझाव उन्हें दे ! सफल लोग हमेशा पहले समझने का प्रयास करते है उसके बाद ही वे सामने वाले को समझाने का प्रयास करते है !

6 ) ताल मेल बनाना ( Synergize )

हमें अपनी लाइफ में हमेशा तालमेल बनाकर ही चलना चाहिए ! जो लोग अपने परिवार , दोस्तों , रिश्तेदारों , अपने सहकर्मी तथा अपनी टीम के साथ उचित तालमेल बनाकर नहीं रखता है तो निश्चित ही वह अपनी लाइफ में असफल होगा ! अगर आप परिवार के मुखिया है तो आपको हमेशा यह कोशिश करनी चाहिए कि आपका परिवार हमेशा एक रहे , एकजुट रहे इसके लिए आपको किसी के साथ भेदभाव न करके सभी के साथ तालमेल रखना होगा !

अगर आप किसी कम्पनी में बोस है तो आपको किसी बड़े प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए टीम की आवश्यकता होती है , आप अकेले किसी प्रोजेक्ट को नहीं कर सकते है ! अपने प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए आपको एक लीडर के रूप में अपनी टीम के साथ सही तालमेल बिठाना जरुरी होगा , अन्यथा आप सफलता प्राप्त नहीं कर सकते !

7 ) अपने हथियार की धार तेज करे ( Sharpen the Saw )

दोस्तों 7 Habits of Highly Effective People बुक में ऑथर बताते है कि अगर कुल्हाड़ी की धार तेज है तो इससे किसी भी लकड़ी या पेड़ को आसानी से काटा जा सकता है ! इसी प्रकार हमे अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए हमेशा अपनी स्किल्स में इम्प्रूवमेंट करते रहने चाहिए !

अगर आप फिजिकली फीट रहना चाहते है तो आपको रोज एक्सरसाइज करनी चहिये !

अगर आप अपना मानसिक विकास करना चाहते है तो आपको अच्छी books पढनी चाहिए और साथ ही भविष्य के लिए सही प्लानिंग करनी चाहिए !

अगर आप सामाजिक क्षेत्र में योगदान देना चाहते है तो आपको सभी लोगो के साथ तालमेल रखना चहिये और सेवा भाव का उद्देश्य रखना चाहिए !

तथा साथ ही आप जिस भी फिल्ड में काम कर रहे है उसकी स्किल को भी अपग्रेड करते रहना चाहिए ! कहने का तात्पर्य यह है कि हमारी उम्र चाहे जो भी हो हमें रोज कुछ न कुछ जरुर सीखते रहना चाहिए !

7 Habits of Highly Effective People बुक आपको क्यों पढनी चाहिए ?

  • पुस्तक में ऐसी 7 आदते बताई गयी जो आपके व्यक्तिगत प्रभावशीलता , सार्थक संबंधो के विकास और दीर्घकालीन सफलता प्राप्त करने पर ध्यान केन्द्रित करती है !
  • यह पुस्तक आत्मसुधार तथा व्यक्तिगत विकास के महत्व पर जोर देती है !
  • यह पुस्तक आपके समय को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में योगदान दे सकती है !
  • अपने क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए लोगो के साथ तालमेल कैसे स्थापित करे , यह आप इस पुस्तक में सीख सकते है !

सारांश ( Conclusion )

दोस्तों 7 Habits of Highly Effective People Book में लेखक स्टीफन आर.कवी ने सफल लोगो की उन 7 आदतों के बारे में विस्तार से चर्चा की है जिन्हें अगर हम अपनी लाइफ में सही तरीके से अपनाते है तो कुछ ही समय में हमें भी इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे ! लेखक ने काफी समय तक सफल लोगो के जीवन का अध्यन कर उनकी आदतों को इस किताब में बहुत ही अच्छे तरीके से बताने का प्रयास किया है ! इन आदतों को अपनाकर हम अपने जीवन में निश्चित ही सफलता प्राप्त कर सकते है ! अतः हमें स्टीफन आर.कवी की पुस्तक 7 Habits of Highly Effective People जरुर पढनी चाहिए !

दोस्तों उम्मीद करता हूँ 7 Habits of Highly Effective People Summary In Hindi आपको जरुर पसंद आयी होगी ! अगर यह समरी आपको अच्छी लगी है तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे !

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