The Law of Attraction Book Summary In Hindi | आकर्षण का नियम बुक सारांश

The Law of Attraction Book Summary In Hindi | आकर्षण का नियम बुक सारांश

The Law of Attraction जिसे आकर्षण का नियम भी कहते है ! यह इस ब्रह्माण्ड का सबसे शक्तिशाली नियम है ! इस नियम का प्रयोग करके हम अपनी लाइफ में कुछ भी आकर्षित कर सकते है ! कुछ लोग जो सफल बने है उन्होंने कहीं न कहीं जाने या अनजाने में इस आकर्षण के नियम का प्रयोग जरुर किया है ! वर्तमान में आज हम जो कुछ भी है वो भूतकाल में हमारे द्वारा सोचे गए कार्यो का परिणाम ही है ! दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम एस्थर एंड जैरी हिक्स द्वारा लिखी गई पुस्तक The Law of Attraction Book Summary शेयर कर रहे है !

 

The Law of Attraction Book Summary In Hindi | आकर्षण का नियम बुक सारांश

 

Introduction

Book Name : The Law of Attraction / आकर्षण का नियम

Book Author : एस्थर एंड जैरी हिक्स

Book Type : Selp – help Book

Book Language : Hindi

Total Number of Pages : 206

The Law of Attraction Book Summary In Hindi

इस पुस्तक में लेखक ने आकर्षण के नियम को इस यूनिवर्स का सबसे शक्तिशाली नियम बताया है ! क्योंकि हम इस पुस्तक में बताये गए नियमो और रहस्यों का प्रयोग करके जीवन में मनचाही वस्तु को आकर्षित कर सकते है !

विचार करना ही आमंत्रित करना है

आकर्षण का नियम यह कहता है कि आप जिस भी वस्तु या चीज के बारे में अधिक विचार करते है उसी को आमंत्रित करते है , फिर वह चाहे आपको पसंद हो या न हो ! अगर आप गलत चीजो के प्रति अधिक विचार रखते है तो आप उसी प्रकार की वस्तुओ को अपने जीवन में आर्षित करेंगे ! वही यदि आप अच्छी चीजे जैसे सुख , सम्रद्धि  , अमीरी आदि के बारे में सोचेंगे तो ऐसी ही वस्तुए आप आकर्षित करेंगे !

जब आप आकर्षण के नियम द्वारा किसी इच्छा पर थोडा भी विचार करते है तो वह लगातार बड़े से बड़ा और ताकतवर होता जायेगा ! अगर आप किसी ऐसी वस्तु के बारे में विचार करते है जो आपको नहीं चाहिए , तो भी आकर्षण का नियम उसे भी विकसित करके बड़े से भी बड़ा कर देता है !

मेरे विचारो में चुम्बकीय शक्ति है

आकर्षण का नियम और उसकी चुम्बकीय शक्ति ब्रह्माण्ड में जाकर उन स्पंदनो को आकर्षित करती है , जो एक जैसे होते है और फिर वह उन्हें आप तक ले आती है ! आप जिस विषय पर अधिक ध्यान देते है , जिन विचारो को अधिक सोचते है यूनिवर्स उन्ही वस्तुओ को आपके पास भेज देता है ! लेकिन इस प्रक्रियां में आपके अनुभव भी आपके विचारो के समान ही होने चाहिए ! अर्थार्त कहने का तात्पर्य यह है कि अगर आप अमीर होने के बारे में सोचते है तो उसी तरह से आपको महसूस भी करना होगा तभी आप अमीर बनेंगे !

निराशा से बाहर कैसे निकले

जो व्यक्ति निराश है , और वह हमेशा निराश रहता है तो वह निराशा को ही अधिक आकर्षित करता है ! यदि आप आकर्षण के नियम के द्वारा निराशा से बाहर निकलना चाहते है तो आपको खुशी की कल्पना करनी होगी , आपको हमेशा प्रसन्न रहना होगा ! आपको उन चीजो में अधिक ध्यान लगाना होगा जो आपको प्रसन्न करती हो ! यह कार्य आपको तब तक करते रहना है जब तक आप इसे अनुभव और महसूस नहीं कर लेते है ! अगर आप ऐसा करते है तो आप जिस वस्तु को जैसा चाहते है उसे वैसे ही आकर्षित कर लेंगे !

सोचते या बोलते समय हम सृजन कर रहे होते है

जब हम सोचते या बात करते है तो कोई और नहीं , बल्कि हम स्वयं अपने अनुभवों का सृजन करते है ! आप यह सब स्वयं कर रहे है ! क्या आपने इस बात पर ध्यान दिया है कि जो लोग बिमारी के बारे में अधिक बाते करते है , वे बीमार भी अधिक होते है ? क्या आपने कभी इस पर ध्यान दिया है कि जो लोग गरीबी पर चर्चा करते रहते है उनका जीवन वैसा ही हो जाता है ! वही जो लोग सुख – समृद्धि पर बात करते है उनका जीवन भी उसी प्रकार का हो जाता है ! अतः आप जैसा सोचते और महसूस करते है आप वैसा ही बन जाते है !

मै आकर्षण के नियम का सर्वोत्तम उपयोग कैसे कर सकता हूँ

आकर्षण के नियम के सौद्देश्य उपयोग हेतु सबसे जरुरी इसकी उपस्थिति के प्रति जागरूक होना होगा ! चूँकि आकर्षण का नियम सदैव आपके विचारो पर प्रतिक्रियां देता है ! इसलिए अपने विचारो पर सही से ध्यान रखना बहुत जरुरी है ! जब आप में अपने विचारो , कार्यो या अपने साथ समय बिताने वाले लोगो के चयन करने की क्षमता आ जाएगी , तब आपको आकर्षण के नियम का लाभ समझ आयेगा !

जब आप अपनी सराहना करने वाले लोगो के साथ समय बिताते है तो इससे आपमें अपने प्रति भी सराहना का भाव जागृत होने लगता है ! वही जब आप स्वयं में कमियां निकालने वाले लोगो के साथ रहते है तो आपके ध्यानाकर्षण का बिंदु भी आपकी कमियां ही बन जाती है ! अब आप समझ गए होंगे कि आप जिस भी वस्तु पर अधिक ध्यान केन्द्रित करते है वही विशाल होती जाती है ! आकर्षण का नियम यही कहता है !

Conclusion

The Law of Attraction पुस्तक में हमें यह बताया गया है कि कैसे हम आकर्षण के नियम के द्वारा अपने जीवन में सुख – समृद्धि प्राप्त कर सकते है ! यह पुस्तक हमें बताती है कि हमें किन बातो और विचारो को अपने दिमाग में रखना और महसूस करना चाहिए ताकि हम अच्छी चीजे प्राप्त कर सके , क्योंकि ब्रह्माण्ड हमारे विचारो पर ही प्रतिक्रियां देता है ! जिस प्रकार के विचार हम अधिक सोचते और महसूस करते है अंततः हम वैसा ही बन जाते है ! दोस्तों अगर आप भी अपने जीवन में अधिक धन चाहते है , सुख – समृद्धि चाहते है तो एक बार इस पुस्तक को आपको जरुर पढना चाहिए !

दोस्तों उम्मीद करता हूँ The Law of Attraction Book Summary In Hindi लेख आपको जरुर अच्छा लगा होगा ! अगर यह लेख आपको अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूले !

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