गोदान ( उपन्यास ) की समीक्षा | Godan Book Review In Hindi

Godan Book Review In Hindi –  हेल्लो फ्रेंड्स , आज के इस लेख में हम मुंशी प्रेमचंद जी की सर्वोतम कृति माना जाने वाला उपन्यास गोदान की समीक्षा करेंगे ! यह एक कृषि और भारतीय संस्कृति पर आधारित महाकाव्य है जिसमे भारतीय गाँवो के समाज का सजीव चित्रण किया गया है ! इस उपन्यास में होरी और धनियाँ को मुख्य पात्र बनाया गया है ! आइये जानते है Godan Book Review In Hindi

गोदान ( उपन्यास ) की समीक्षा | Godan Book Review In Hindi

Introduction

Name – Godan ( उपन्यास )

Author – Munshi Premchand

Subject  – साहित्य

Pages – 328

लेखक के बारे में ( About Author )

मुंशी प्रेमचंद का जन्म वाराणसी , उत्तर प्रदेश में 31 जुलाई , 1880 को हुआ ! वह एक अध्यापक और लेखक के रूप में जाने जाते थे ! उन्होंने बहुत सी कहानी और उपन्यासों की रचना की है ! उन्होंने अपनी कहानी और उपन्यासों द्वारा समाज में एक अलग ही पहचान बनाई है ! उनके कहानी और उपन्यास आज भी उतने ही प्रासंगिक है जितने पहले थे ! 56 वर्ष की उम्र में 8 अक्टूम्बर 1936 को उनका देहांत हो गया था !

Godan Book Review In Hindi

गोदान ( Godan ) मुंशी प्रेमचंद का एक हिंदी उपन्यास है जिसमे 20 सदी के रुढ़िवादी समाज का जिवंत चित्रण किया गया है ! Godan में भारतीय किसान का अद्भुत चित्रण किया गया है जिसमे दिखाया गया है कि वह कैसे अपने परिवार को पालने के लिए सेठ , साहुकारो , जमींदारो आदि के शोषण का शिकार होता है और अपनी पूरी जिंदगी भय और निराशा के साथ गुजारता है !

गोदान में बताया गया है कि कैसे एक भारतीय किसान अपनी छोटी – छोटी जरूरतों के लिए साहुकारो से ऋण लेता है और हमेशा उस कर्ज को चुकाने के लिए निराशा में अपनी सम्पूर्ण जिंदगी गुजार देता है ! इसमें बताया गया है कि कैसे जमीदार , मील के मालिक , पेशेवर वकील , राजनेता लोग आदि अनपढ़ और नासमझ किसानो का शोषण करते है !

गोदान में लेखक प्रेमचंद ने जो भी बाते कही है वे सब एक संदर्भ में कही है जो आज भी उतना ही महत्वपूर्ण रखती है जितना वो पहले रखती थी ! गोदान में लेखक ने महाजनों , साहुकारो आदि पर तीखे प्रहार किये है और बताया है कि एक किसान को पूरी जिंदगी इनके चक्कर लगाने में गुजारनी पड़ती है !

गोदान उपन्यास के मुख्य पात्र

होरी – मुख्य नायक

धनियाँ – होरी की पत्नी

गोबर , सोना , रूपा – होरी की संतान

हीरा और शोभा – होरी के भाई

झुनियाँ – गोबर की पत्नी

Conclusion

मुंशी प्रेमचंद जी एक बहुत बड़े कहानीकार और उपन्यासकार के रूप में जाने जाते है ! उनकी कहानियां और उपन्यास आज भी समाज को एक अच्छा सन्देश देती है ! गोदान प्रेमचंद जी का एक बहुत ही शानदार उपन्यास है ! गोदान ( Godan ) में लेखक ने हमारे समाज की कुंठा , निराशा , ऋणग्रस्तता आदि का बहुत ही सुन्दर चित्रण किया है ! प्रेमचंद जी ने गोदान के जरिये यह बताने का प्रयास किया है कि भारतीय किसान साहुकारो के चंगुल में फसकर कर्ज का शिकार रहा है और अपने परिवार का पेट पालने की चिंता में ही अपना जीवन गुजर देता है !

 

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